मध्यप्रदेश / 28 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली, इनमें कमलनाथ खेमे के 10 और दिग्विजय गुट के 7 मंत्री
- सिंधिया के करीबी माने जाने वाले 6 विधायकों को मंत्री बनाया गया
- दो महिलाओं इमरती देवी व विजयलक्ष्मी साधौ और एक निर्दलीय प्रदीप जायसवाल ने भी शपथ ली
- पहली बार विधायक बने 55 नेताओं को कमलनाथ के मंत्रिमंडल में मौका नहीं
Dainik Bhaskar
Dec 25, 2018, 05:29 PM ISTभोपाल. मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार के मंत्रिमंडल का मंगलवार को शपथ ग्रहण हुआ। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 28 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई। इनमें एक निर्दलीय प्रदीप जायसवाल, दाे महिलाएं- विजयलक्ष्मी साधौ और इमरती देवी और एक मुस्लिम- आरिफ अकील को मंत्री बनाया गया है। 15 विधायक ऐसे हैं, जो पहली बार मंत्री बने, जबकि कांग्रेस से पहली बार विधायक बने 55 नए चेहरों में से किसी को भी मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई।
कमलनाथ खेमे से 10, दिग्विजय खेमे से 7 और सिंधिया खेमे से 6 विधायकों को मंत्री बनाया गया है। 3 मंत्री ऐसे हैं जिनका दिग्विजय और कमलनाथ, दोनों गुटों से बराबर संपर्क है। वहीं, 2 विधायक ऐसे हैं जिनका सभी खेमों में बराबर संपर्क है।
इन्होंने ली शपथ
विजयलक्ष्मी साधौ, सज्जन सिंह वर्मा, हुकुम सिंह कराड़ा, गोविंद सिंह, बाला बच्चन, आरिफ अकील, बृजेंद्र सिंह राठौर, प्रदीप जायसवाल (निर्दलीय), लाखन सिंह यादव, तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, इमरती देवी, ओमकार सिंह मरकाम, डॉ. प्रभुराम चौधरी, प्रियव्रत सिंह, सुखदेव पानसे, उमंग सिंघार, हर्ष यादव, जयवर्धन सिंह, जीतू पटवारी, कमलेश्वर पटेल, लखन घनघोरिया, महेंद्र सिंह सिसोदिया, पीसी शर्मा, प्रद्युम्न सिंह तोमर, सचिन सुभाष यादव, सुरेंद्र सिंह बघेल, तरुण भनोट।
कमलनाथ खेमा | सज्जन सिंह वर्मा, बाला बच्चन, प्रदीप जायसवाल, ओमकार सिंह मरकाम, सुखदेव पानसे, उमंग सिंघार, हर्ष यादव, लखन घनघोरिया, सुरेंद्र सिंह बघेल, अरुण भनोत। |
दिग्विजय खेमा | जयवर्धन सिंह, गोविंद सिंह, बृजेंद्र सिंह राठौर, डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ, प्रियव्रत सिंह, गोविंद सिंह राजपूत, पीसी शर्मा। |
कमलनाथ-दिग्विजय खेमों से बराबर संपर्क | हुकुम सिंह कराड़ा, कमलेश्वर पटेल, सचिन सुभाष यादव। |
सिंधिया खेमा | लाखन सिंह यादव, तुलसी सिलावट, इमरती देवी, डॉ. प्रभुराम चौधरी, महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रद्युम्न सिंह तोमर। |
सभी खेमों से बराबर संपर्क | आरिफ अकील, जीतू पटवारी। |
सपा-बसपा को मंत्रिमंडल में जगह नहीं
इससे पहले मंत्रिमंडल को लेकर चार दिन तक दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री कमलनाथ समेत प्रदेश के दिग्गज नेताओं के साथ बैठक की। ऐसा बताया गया कि अल्पमत की कांग्रेस को समर्थन देकर बहुमत दिलाने वाली बसपा और सपा भी मंत्रिमंडल में जगह पाने के लिए दिनभर दबाव बनाती रहीं। हालांकि, दोनों ही पार्टियों के किसी विधायक को पद नहीं मिला।
विधानसभा सत्र 7 जनवरी से
विधानसभा का सत्र 7 जनवरी से शुरू हो रहा है, जिसमें सभी विधायकों को प्रोटेम स्पीकर शपथ दिलाएंगे, जो कि सदन का वरिष्ठ नेता होता है। इस पद के लिए अभी भाजपा से गोपाल भार्गव का नाम आगे है। यह सत्र 11 जनवरी तक चलेगा। सरकार 10 संसदीय सचिव बना सकती है। इन्हें कैबिनेट या राज्यमंत्री का दर्जा होगा। इस बारे में मुख्यमंत्री ने विवेक तन्खा से चर्चा की है।